कांग्रेस की शर्मनाक हार पर भड़के गुलाम नबी आज़ाद, कहा पांच सितारा होटल से नहीं जीते जाते चुनाव

हाल के चुनावों में शर्मनाक हार पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने पार्टी को एक बार फिर आइना दिखाया है। गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि पार्टी में हार को लेकर हम चिंतित हैं। हमारा ज़मीनी स्तर पर लोगों से संपर्क ख़त्म हो गया है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव और उपचुनावों में हार के लिए मैं पार्टी नेतृत्व को दोष नहीं देता, लेकिन पार्टी से जुड़े लोगों का ज़मीनी स्तर पर संपर्क ख़त्म हो गया है। लोगों को अपनी पार्टी से प्यार होना चाहिए। पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि चुनाव पांच सितारा संस्कृति से नहीं जीते जाते। इन्होंने कहा कि आज के नेताओं के साथ बड़ी समस्या ये है कि अगर उन्हें पार्टी का टिकट मिलता है तो वो पहले सबसे अच्छा फाइव स्टार होटल बुक कराते हैं। अगर कोई कच्ची सड़क है, तो वो उसपर नहीं जाएंगे। आगे गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि अब पांच सितारा संस्कृति को छोड़ने का वक्त आ गया है। जबतक इस नहीं छोड़ेंगे, तबतक कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता।
72 साल के निचले पायदान पर कांग्रेस
गुलाम नबी आज़ाद ने कांग्रेस की हालत पर भी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले 72 साल में कांग्रेस पार्टी अपने सबसे निचले पायदान पर है। पिछले दो कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी के पास नेता विपक्ष का पद भी नहीं है। लेकिन कांग्रेस ने लद्दाख हिल काउंसिल में 9 सीटें जीतीं, जबकि इसमें किसी सकारात्मक परिणाम की हम उम्मीद भी नहीं कर रहे थे।
हालांकि गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से वो फिलहाल गांधी परिवार को क्लीन चिट दे रहे हैं, क्योंकि अभी बहुत नहीं किया जा सकता। गुलाम नबी आज़ाद ने राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प बनने के लिए पार्टी नेतृत्व को अध्यक्ष पद से लेकर ब्लॉक स्तर पर चुनाव कराने का सुझाव दिया।
बता दें, बिहार विधानसभा और उपचुनावों में ख़राब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की कार्यपद्धति पर सवाल उठाए हैं। कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम और तारिक अनवर सहित कई नेताओं ने पार्टी नेतृत्व को पर निशाना साधा था। अब देखना ये है कि कांग्रेस अपनी पार्टी के भीतर ही उठ रहे सवालों के बाद किस तरह के सुधार अपनाती है।