ममता का नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान, सुवेंदु ने कहा दीदी को नहीं हराया तो छोड़ दूंगा राजनीति

पश्चिम बंगाल में मई महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन अभी से चुनावी सरगर्मी काफी तेज़ हो गई है। सोमवार को राज्य की मुखिया ममता बैनर्जी ने टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल सुवेंदु अधिकारी को उनके गढ़ नंदीग्राम में जाकर उन्हें चुनौती दे डाली। ममता बनर्जी ने एलान किया कि वो इस बार का विधानसभा चुनाव नंदीग्राम से लड़ेंगी। सुवेंदु अधिकारी पर हमला बोलते हुए ममता ने कहा कि वो नंदीग्राम को नहीं भूली हैं। ममता ने कहा कि ‘मैं रक्तरंजित उस दिन को कैसे भूल सकती हू, नंदीग्राम मेरे लिए लकी है। नंदीग्राम से ही मैंने शुरुआत की है। हम फिर से जीतेंगे, नंदीग्राम की सारी सीटें जीतेंगे।‘

सुवेंदु अधिकारी का बिना नाम लिए ममता ने निशाना साधते हुए कहा कि ‘कुछ लोग इधर-उधर जा रहे हैं, लेकिन उससे चिंता करने की कोई बात नहीं है, टीएमसी के जन्म के समय भी वो नहीं थे। कोई कहीं भी जा सकता है।‘ ममता ने आगे कहा कि ‘राजनीति में तीन तरह के लोग होते हैं, लोभी, भोगी और त्यागी। त्यागी लोग कभी अपनी मां का गोद नहीं छोड़ेंगे।‘
हालांकि ममता के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के एलान के बाद सुवेंदु अधिकारी ने भी जवाब दिया है। कोलकाता में एक रैली के दौरान सुवेंदु ने ताल ठोककर कहा कि अगर मैंने नदीग्राम से ममता बनर्जी को नहीं हराया, तो राजनीति छोड़ दूंगा। ममता के दावे पर सवाल उठाते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता को चुनाव के लिए बिहार के राजनीतिक रणनीतिकार की ज़रूरत पड़ रही है, इससे साफ है कि बीजेपी ने आने वाले चुनाव में बढ़त बना ली है।
बता दें ममता बनर्जी पहले पश्चिम बंगाल में भवानी पुर से चुनाव लड़ती रही हैं। लेकिन सुवेंदु अधिकारी के टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने के बाद वो पूर्वी मिदानापुर स्थित टीएमसी के गढ़ नंदीग्राम में सुवेंदु को चुनौती देकर बीजेपी को संदेश देना चाहती हैं कि वो आसानी से हार मानने वाली नहीं।
गौरतलब है कि नंदीग्राम आंदोलन के बाद ही ममता बनर्जी ने बंगाल की सत्ता पर 30 साल से काबिज़ लेफ्ट को उखाड़ फेंका था। अब एक बार फिर वो यहीं से बीजेपी को चुनौती देकर लगातार चौथी बार बंगाल की सत्ता पर काबिज़ होना चाहती हैं।