दिल्ली पुलिस ने कहा ग्रेटा थनबर्ग पर FIR नहीं, टूलकिट की होगी जांच

किसान आंदोलन को लेकर विदेशी हस्तियों के ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में है। दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने साफ किया है कि किसान आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर सुनियोजित तरीके से अफवाह और हिंसा फैलाने की कोशिश की जा रही है, जिसके सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं। विशेष आयुक्त ने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर भारत सरकार के खिलाफ गलत प्रचार की कोशिश की जा रही है। पुलिस को सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान एक टूलकिट मिला है, जिसमें इसके सबूत मिले हैं। विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने कहा कि 26 जनवरी की हिंसा और बाद के घटनाचक्र टूलकिट के एक्शन प्लान से मेल खाते हैं। पुलिस ने अब टूलकिट के लेखकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। हालांकि एफआईआर में किसी का नाम नहीं है। पुलिस ने धारा 153 A, 120 B के तहत केस दर्ज किया है।
बता दें पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा ने ट्वीट के ज़रिए किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ सवाल खड़े किए थे। ग्रेटा ने एक खबर का लिंक साझा करते हुए कहा था, ‘ हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं। जिन लोगों को मदद चाहिए उनके लिए टूलकिट साझा किया है। ये टूलकिट प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं।’ इससे पहले ग्रेटा ने एक अन्य टूलकिट साझा किया था, जिसे उन्होंने डिलीट कर दिया। इसी ट्वीट को लेकर विवाद है।
विदेश मंत्रालय ने जताई थी आपत्ति
भारत ने ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट को देश विरोधी प्रोपगेंडा करार किया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘भारत को निशाना बनाने वाले अभियान कभी सफल नहीं होंगे।‘ इस ट्वीट के साथ उन्होंने हैशटैग ‘इंडिया टूगेदर’ और ‘इंडिया अगेनस्ट प्रोपगेंडा’ लिखा।
अमित शाह ने लिखा-प्रोपगेंडा से एकता नहीं तोड़ सकते
गृह मंत्री अमित शाह ने भी विदेशी हस्तियों के बयान पर आपत्ति ज़ाहिर करते हुए कहा कि ‘कोई प्रोपगेंडा देश की एकता को नहीं तोड़ सकता। हम एकजुट होकर प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। कोई भी दुष्प्रचार भारत को ऊंचाईयों पर जाने से नहीं रोक सकता।‘
बता दें ग्रेटा थनबर्ग के अलावा पॉप सिंगर रिहाना ने भी किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किया था, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ है।