शादी में सावधान ! बैंड, बाजा, बारात के चक्कर में हो ना जाए जेल

कोरोना की वजह से ज़िंदगी में बहुत कुछ बदला है। सरकार के कई नियम-कानून भी बदल गए हैं। आजकल शादियों का मौसम है और कोरोना के बढ़ते प्रकोप की वजह से हर राज्य सरकार ने अपने-अपने प्रदेश में अलग-अलग कायदा-कानून बना रखा है। ये बदले हुए कानून आपके लिए जानने बेहद जरूरी हैं, वरना आप किसी दिन बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।
बिहार में किसी भी शादी में 100 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो पाएंगे। बिहार के गृह विभाग ने एक गाइडलाइन्स जारी की है, जिसके मुताबिक सड़कों पर बैंड-बाजा के साथ बारात निकालने की इज़ाजत नहीं दी गई है। बैंड तो बजेगा लेकिन सिर्फ विवाह स्थल पर। ये नया नियम 3 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा।
बिहार की तरह यूपी में भी सिर्फ 100 लोगों को एक साथ शादी समारोह में शामिल होने की मंज़ूरी दी गई है। दिल्ली में पहले 200 लोगों को शादी समारोह में आने की इजाजत मिली हुई थी, लेकिन कोरोना के केस जब बेतहाशा बढ़ने लगे तो ये संख्या 50 तक सीमित कर दी गई। इतने कम लोगों तक शादी समारोह को सीमित करने की वजह से दिल्ली के कई लोग अब पड़ोस के शहर नोएडा में शादी की व्यवस्था करने लगे हैं, क्योंकि नोएडा यूपी में है और यहां दिल्ली के मुकाबले डबल लोगों को शादी में शामिल होने की छूट मिली हुई है। राजस्थान सरकार ने भी सिर्फ 100 लोगों को शादी समारोह में हिस्सा लेने की इजाजत दे रखी है। मेहमानों की संख्या पर नज़र रखने के लिए प्रशासन ने टीमें बना दी हैं और नियम तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ एफआईआर भी दर्ज की जा रही है।
हरियाणा में होटल के अंदर शादी समारोह में 50 और खुली जगह पर समारोह में 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई है। सरकार ने शादी समारोह में फोटो खिंचवाने के लिए भी मास्क उतारने पर कानूनी कार्रवाई का नियम लागू कर दिया है। जिन घरों में शादी है उनकी सबसे बड़ी परेशानी ये है कि कार्ड पहले से बंट चुके हैं और नया नियम बाद में आया है। ऐसे में किसी बुलाएं और किसे आने से रोकें ये फैसला करना मुश्किल हो रहा है। हालात विचित्र हैं, लिहाजा सबको सावधान रहने की जरूरत है। नियम-कानून का पालन करना जरूरी है, वरना बैड, बाजा, बारात के चक्कर में जेल की हवा खानी पड़ सकती है।